सोना पार करेगा 1 लाख? 2025 में कितनी बढ़ेगी कीमत, जानें एक्सपर्ट व्यू

सोने की कीमतें हाल के समय में तेजी से बढ़ी हैं, और वर्तमान में 24 कैरेट सोना लगभग ₹90,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास मिल रहा है। इस स्थिति में एक सवाल यह उठता है कि क्या सोने की कीमतें एक लाख रुपये की ओर बढ़ेंगी या इसमें गिरावट आने की संभावना है। आईसीआईसीआई बैंक ग्लोबल मार्केट्स की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक माहौल को देखते हुए सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव संभव है।

संभावित कीमतें

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद से सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। हालांकि, कुछ गिरावट भी आई है, लेकिन वे ज्यादा बड़ी नहीं थीं। 2025 की पहली छमाही में सोने की कीमतें ₹87,000 से ₹90,000 प्रति 10 ग्राम के बीच रहने की उम्मीद है। दूसरी छमाही में यह बढ़कर ₹96,000 तक पहुंच सकती है।

आयात में कमी

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि चढ़ती कीमतों के कारण आभूषणों की मांग प्रभावित हुई है, जिससे सोने का आयात पिछले 11 महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है।

ETF में निवेश का बढ़ता रुझान

सोने की महंगाई के बावजूद, गोल्ड ETF में निवेश स्थिर बना हुआ है। फरवरी 2025 में गोल्ड ETF ने ₹19.8 अरब का इनफ्लो दर्ज किया, जो पिछले नौ महीनों के औसत नेट इनफ्लो से अधिक है।

सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण

सोने की कीमतों में उछाल के पीछे कई वैश्विक कारक जिम्मेदार हैं, जैसे कि डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियां और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं। जब भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उथल-पुथल होती है, तो सोने में निवेश बढ़ता है और इसकी कीमतें चढ़ जाती हैं।

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वैश्विक स्तर पर अनुमान

विश्लेषकों का मानना है कि दिसंबर 2025 तक सोने की कीमतें $3,200 से $3,400 प्रति औंस के बीच रह सकती हैं। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को कम करने के संभावित निर्णय से सोना और भी अधिक आकर्षक निवेश बन सकता है।

FAQs:

Q1: सोने की कीमतें कब तक बढ़ सकती हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 की पहली छमाही में सोने की कीमतें ₹87,000 से ₹90,000 तक रह सकती हैं और दूसरी छमाही में यह ₹96,000 तक पहुंच सकती हैं।

Q2: क्या सोने का आयात कम हो रहा है?
हाँ, रिपोर्ट के अनुसार चढ़ती कीमतों के कारण आभूषणों की मांग प्रभावित हुई है और आयात पिछले 11 महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।

Q3: गोल्ड ETF में निवेश का क्या हाल है?
गोल्ड ETF में फरवरी 2025 में ₹19.8 अरब का इनफ्लो दर्ज किया गया, जो पिछले नौ महीनों के औसत नेट इनफ्लो से अधिक है।

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