भारत में हर साल UPSC सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। IPS (Indian Police Service) अधिकारी बनने का सपना लाखों उम्मीदवार देखते हैं, लेकिन इसे प्राप्त करना आसान नहीं है। IPS बनने के लिए उम्मीदवारों को UPSC परीक्षा पास करने से लेकर कठोर ट्रेनिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
Table of Contents
IPS बनने की प्रक्रिया:
1. UPSC सिविल सेवा परीक्षा
- प्रीलिम्स: ऑब्जेक्टिव टाइप परीक्षा।
- मेंस: डिस्क्रिप्टिव प्रश्नों पर आधारित।
- इंटरव्यू: व्यक्तित्व और ज्ञान का मूल्यांकन।
2. फाउंडेशन कोर्स (LBSNAA, मसूरी)
- तीन महीने का कोर्स जिसमें संविधान, प्रशासनिक नैतिकता और लोक सेवा से जुड़े विषयों पर ध्यान दिया जाता है।
- शारीरिक प्रशिक्षण, योग और घुड़सवारी जैसी गतिविधियों को शामिल किया जाता है।
3. फेज-I ट्रेनिंग (SVPNPA, हैदराबाद)
- 11 महीने की ट्रेनिंग जिसमें कानून, साइबर क्राइम, फॉरेंसिक साइंस और आतंकवाद जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
- हथियार संचालन, परेड और फिजिकल ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान।
4. जिला प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
- छह महीने की फील्ड ट्रेनिंग में FIR दर्ज करना, जांच प्रक्रिया और भीड़ नियंत्रण जैसे कार्यों का अनुभव।
5. फेज-II ट्रेनिंग (SVPNPA, हैदराबाद)
- पिछले अनुभवों की समीक्षा और डिसिजन मेकिंग स्किल्स पर केंद्रित एक महीने की ट्रेनिंग।
6. ट्रेनिंग के दौरान जीवनशैली
- कठोर शारीरिक प्रशिक्षण और मानसिक तनाव प्रबंधन।
- मासिक ₹35,000-₹40,000 का स्टाइपेंड दिया जाता है।
7. पहली पोस्टिंग
- सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में नियुक्ति। अनुभव के आधार पर SP, DIG, IG आदि पदों पर प्रमोशन।
FAQs:
Q1: IPS अधिकारी बनने के लिए क्या योग्यता चाहिए?
IPS बनने के लिए UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करना अनिवार्य है। उम्मीदवार की आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता निर्धारित होती है।
Q2: IPS ट्रेनिंग कितने समय तक चलती है?
IPS ट्रेनिंग लगभग 1.5 से 2 साल तक चलती है, जिसमें फाउंडेशन कोर्स, फील्ड ट्रेनिंग और SVPNPA में विशेष प्रशिक्षण शामिल होता है।
Q3: IPS अधिकारी की पहली पोस्टिंग क्या होती है?
IPS अधिकारी को सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में पहली पोस्टिंग दी जाती है।